
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर 400 अनुयायियों को नपुंसक बनाने के मामले में एक बार फिर अदालत में सुनवाई हुई। शुक्रवार को पंचकूला स्थित स्पेशल सीबीआई कोर्ट में इस केस की कार्यवाही हुई। सीबीआई ने अदालत में गवाह भादर सिंह की गवाही दर्ज करवाई। वहीं दूसरे गवाह गोपी किशन की मौत की रिपोर्ट भी कोर्ट में दी गई, जिसमें बताया गया कि उनका निधन 27 जून 2019 को हो चुका है।
राम रहीम इस सुनवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ा। कोर्ट ने अगली तारीख 30 अक्टूबर तय की है और उस दिन तीन नए गवाहों को बुलाने के आदेश दिए हैं। इस केस का एक मुख्य गवाह इस समय अमेरिका में रह रहा है, और उसकी गवाही भी वीडियो लिंक के जरिए कराने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।

सीबीआई की ओर से सीनियर पीपी जसविंदर कुमार भट्टी, एपीपी सोनम और डिप्टी एसपी राकेश मौर्या कोर्ट में मौजूद रहे। वहीं राम रहीम की तरफ से वकील अमर डी. कमरा और जितेंद्र खुराना ने हिस्सा लिया।
इस मामले में दो डॉक्टर — एम. पी. सिंह और पंकज गर्ग — भी आरोपी हैं, जो इस समय जमानत पर बाहर हैं और शुक्रवार को कोर्ट में पेश हुए।
यह केस साल 2015 में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने दर्ज किया था। आरोप है कि राम रहीम के कहने पर कई अनुयायियों का ऑपरेशन कर उन्हें नपुंसक बनाया गया, ताकि वे धर्म के नाम पर पूरी तरह डेरामुखी के आदेशों का पालन करें। यह आरोप सबसे पहले डेरा के ही पूर्व अनुयायी हंसराज चौहान ने हाई कोर्ट में याचिका देकर लगाए थे।
अब देखना होगा कि अगली सुनवाई में केस किस दिशा में जाता है।